वो लौट आया है
एक अहसास
एक अहसास
जीने का
हँसने का
खुश रहने का
वो जैसे सुबह की
धुप जैसा
या पहली बारिश की
खुशबू जैसा
वो जैसे बचपन में आने वाले
सपनो जैसा
या मन ही मन मुस्कराते
होठो जैसा
एक बहुत दूर से आ रही गाड़ी के
इंजन की सीटी जैसा
पहाड़ी पे बैठे
गड़रिये की बंसी जैसा
जैसे समंदर की लहरो से लड़ता
कोई जहाज उबर आया है
वो लौट आया है
एक अहसास
जीने का
हँसने का
खुश रहने का
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