Saturday, September 15, 2018

Perpetuality


एक बात बाकी है कहने को  
अधूरे सपनो को

भुलाने का गम नही
बीती रात का
एहसास है
पास रहने को
बीते दिनों के
आगोश में
थोड़ी तुम
थोड़ा
मदहोश मैं
अब मेरा होश में आना मुश्किल है
तुम शायद अब भी तुम हो             


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